संजीव जैन
"अच्छी थी, पगडंडी अपनी, सड़कों पर तो, जाम बहुत है!!
फुर्र हो गई फुर्सत, अब तो, सबके पास, काम बहुत है!!
नही बचे, कोई सम्बन्धी, अकड़,ऐंठ,अहसान बहुत है!!
सुविधाओं का ढेर लगा है यार, पर इंसान परेशान बहुत है!!\ud83d\udc9e
" गाँव "
Anupama Jain
बढ़ती उम्र की स्त्रियों का प्रेम में पड़ना
न तो वासना होती है, न ही कोई चरित्रहीनता,
बल्कि यह उस अधूरी आत्मा की पुकार होती है,जो जीवन की भागदौड़ और जिम्मेदारियों में
कभी खुद से मिल ही नहीं पाई।
जब उम्र बढ़ती है,
तो औरत को प्यार की नहीं,
बल्कि समझे जाने की जरूरत होती है...
उसकी आँखों में झाँककर
उसकी थकान को पढ़ने वाले साथी की जरूरत होती है।
ऐसा प्रेम उनके लिए एक नई उम्मीद बन जाता है,
जहाँ वो फिर से खुलकर मुस्कुरा सके,
फिर से अपनी नारीत्व को महसूस कर सके,
बिना किसी शर्म या समाज के डर के।
क्योंकि
प्रेम उम्र देखकर नहीं आता,
वो दिल की गहराई से उपजता है —
और बढ़ती उम्र में जो प्रेम मिलता है,
वो अक्सर सबसे सच्चा और सबसे संजीदा होता है।
राजू मिश्रा
हमारी तुम्हारी क्या ही बराबरी
हम तो AK 47 के सामने मृत्यु निश्चित होने पर भी अपना धर्म हिन्दू ही बताते हैं
तुम तो दुकान चलाने के लिए नाम बदल लेते हो
सुरजा एस
दो लोग जबरदस्ती
व्हीलचेयर पर लदे हैं
दीदी हार के डर से और मुख्तार मार के डर से
jareen jj
अब भी कहोगे साथियों कि
इनबुक को फेसबुक जैसा होना चाहिए
शशि यादव
क्या आप लोग वक्फ बोर्ड को हटाने का समर्थन करते हैं
lalitkgupt50
भारत V/s इस्राइल
अभी भारत को इस्राइल बनने में बहुत समय लगेगा।
भारत ने पाकिस्तान के नौ आतंकी अड्डे नष्ट किये। इसके साथ-साथ पाकिस्तान के 9 एयर बेस भी तबाह कर दिए जिस सुरंग के अंदर पाकिस्तान ने अपने परमाणु बम्ब सुरक्षित रखे हुए थे उसके प्रवेश और निकास द्वारों पर अटैक कर उन परमाणु बमों को हमेशा के लिए वहीं पर दफन कर दिया। लेकिन फिर भी सभी आतंकवादियों के सरपरस्त बच गए चाहे वह हाफिस सईद हो या फिर दाऊद हो या जकीउर रहमान लखवी या...
लेकिन इस्राइल,
इस्राइल ने पूरे ईरान को चिंदी-चिंदी कर दिया। उसके टॉप 20 कमांडरों को जन्नत का रास्ता दिखा दिया। पांचो परमाणु fascilities को नेस्तनाबूद कर दिया। 5 से ज्यादा परमाणु बम बनाने वाले वैज्ञानिकों का इस दुनिया से जन्नत का टिकट कटवा दिया। अमेरिका की मर्जी को धत्ता बताते हुए अभी भी आतंकवादियों को पालने वाले आतंकी देशों के खिलाफ ताल ठोक रहा है।
वाह इस्राइल वाह, तेरे क्या कहने