संजीव जैन
"अच्छी थी, पगडंडी अपनी, सड़कों पर तो, जाम बहुत है!!
फुर्र हो गई फुर्सत, अब तो, सबके पास, काम बहुत है!!
नही बचे, कोई सम्बन्धी, अकड़,ऐंठ,अहसान बहुत है!!
सुविधाओं का ढेर लगा है यार, पर इंसान परेशान बहुत है!!\ud83d\udc9e
" गाँव "
दीपक कुमार गुप्ता
तुम दर्द दो हम आह भी न करें,
इतने भी नहीं है मजबूर की अपना दर्द बयां भी न करें...
दीपक ✍️
Mukesh Bansal
दिल्ली, यूपी और उत्तराखंड का सफर आरामदायक होने वाला है, क्यूंकि दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे बहुत जल्द शुरू होने वाला है. खुशी की बात यह है की यह एक्सप्रेसवे लगभग तैयार हो चुका है. इसका ट्रायल भी हो चुका है. मतलब जल्द ही इसका उद्घाटन होने वाला है. यह एक्सप्रेसवे दिल्ली के अक्षरधाम से शुरू होकर खेकड़ा, शामली, सहारनपुर होकर देहरादून तक जाएगा.
मोहन सिंह
Women Cricket में World Championship एक रात में नहीं मिली. एक ज़माना था जब मिताली राज, अंजुम चोपड़ा, झूलन गोस्वामी जैसी players ने cricket खेलना शुरू किया था. उस ज़माने में players के लिए कोई facilities नहीं थी. मैच खेलने के लिए railway के unconfirmed compartments में travel करना पड़ता था. अपने beddings साथ ले जाने पड़ते थे. Floor पर सोना पड़ता था. Women Cricketers के साथ BCCI का कोई annual contract नहीं होता था. 2005 में जब महिला क्रिकेट टीम runners-up रही तो हर player को per match Rs. 1000 मिले. 8 games के कुल Rs. 8000 और इस बार World Championship जीतने पर BCCI ने Women's Team को Rs. 51 करोड़ का इनाम दिया. अब BCCI से हरमनप्रीत और स्मृति मंधाना जैसी A-grade players को Rs. 50 लाख रुपये की annual fees मिलती है. ये बदलाव सिर्फ 3 साल पहले आया. जय शाह ने Men's और Women's Cricket team की match fees के फर्क को खत्म किया. Pay parity introduce की. Women players को अब Test के लिए 15 लाख, One Day के लिए 6 लाख और T-20 के लिए 3 लाख की fees मिलती है. Coaching, training, medical facilities में पिछले 5 साल में Women Cricket में investment 16 गुणा बढ़ा है. देश की बेटियों को ज़रा सा सहारा मिले, अवसर मिले तो वो कमाल कर सकती हैं, ये उन्होंने साबित कर दिया. लेकिन Women Cricket को अभी एक लंबा रास्ता तय करना है. World Championship तो एक झांकी है, picture अभी बाकी है. #WomensWorldCup2025 #TeamIndia #WomenInBlue #AajKiBaat #MyTake